फरीदाबाद। शहर के व्यापारिक संगठनों के नेताओं ने शनिवार को केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर और परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा से मंाग की है कि बाजार और दुकानें सोमवार और मंगलवार को बंद करने का नियम बनाया जाए।
Faridabad: Distressed traders said shops should remain closed on Monday and Tuesday
Faridabad. Leaders of trade organizations in the city on Saturday asked Union Minister Krishnapal Gurjar and Transport Minister Moolchand Sharma to make a rule to close markets and shops on Monday and Tuesday.
हरियाणा में कोरोनावायरस नियंत्रण में नहीं है।
लगातार केस बढ़ रहे हैं और मौतें भी नहीं थम रही हैं।
इसलिए हरियाणा एक बार फिर से सख्त लॉकडाउन की ओर बढ़ रहा है।
शुक्रवार को गृहमंत्री अनिल विज के आदेश जारी हुए कि अब फिर से शनिवार और रविवार को दुकानें बंद रहेंगी।
शनिवार को इस आदेश का बाजारों में असर भी देखा गया।
कुछ दुकानें बंद रहीं, तो कुछ खुली रहीं।
गृहमंत्री के आदेशों के बाद व्यापारी समुदाय एक फिर चिंतित हो गया।
व्यापारियों का एक शिष्ट मंडल हरियाणा व्यापार मंडल के जिला प्रधान राम जुनेजा के नेतृत्व में परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा से मिला।
इस अवसर पर प्रेम खट्टर, बलजीत अरोड़ा, गोल्डी बरेजा और नीरज मिगलानी आदि एक दर्जन से अधिक व्यापारी नेता मौजूद रहे।
राम जुनेजा ने परिवहन मंत्री शर्मा से कहा कि कोरोना काल में पिछले चार महीने के लॉकडाउन ने आम आदमी सहित उद्यमियों और व्यापारियों की कमर तोड़ दी है। ऐसे में शनिवार और रविवार के बंदी के आदेश से फिर व्यापारियों को बड़ा झटका लगने वाला है।
राम जुनेजा ने कहा कि बाजार में शनिवार और रविवार को ही सर्वाधिक रौनक होती है। अन्य सरकारी और निजी प्रतिष्ठान बंद रहने से लोग अवकाश के कारण बाजार में खरीददारी निकलते है। यदि इन दिनों में अवकाश रहा, तो व्यापारियों का काम-धंधा चौपट हो जाएगा।
परिवहन मंत्री ने डीसी यशपाल से बात की, तो डीसी ने कहा कि वे सरकारी आदेशों के सामने विवश हैं।
तब परिवहन मंत्री शर्मा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से बात की। सीएम ने कहा कि वे इस समस्या पर विचार करेंगे।
व्यापारियों के बात करने पर केंद्रीय मंत्री गुर्जर ने आश्वासन दिया कि वे इस समस्या के बारे में सरकार से बात करेंगे।
अंततः व्यापारी नेताओं ने शर्मा और गुर्जर से कहा कि यदि दो दिनों का अवकाश आवश्यक हो, तो शनिवार और रविवार के बजाय सोमवार और मंगलवार के दिन अवकाश रखा जाए, ताकि व्यापारियों का धंधा भी चौपट न हो और आम लोगों को भी खरीददारी का मौका मिल सके।
व्यापारी अब सरकार से उत्तर आने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।